Saturday, November 26, 2016

आ जिंदगी मैं तुझसे ये वादा ले लू...




आ जिंदगी मैं तुझसे ये वादा ले लू,
तु भी मुझसे वफ़ा करेगी जितनी मैं तुझसे वफ़ा करू,
रास्ते पे बिछाये हुए हर कांटे पे मैं चल जाऊंगा,
तु भी हिम्मत ना हारेगी, कभी जो मैं बिच में होंसला हारू ...

आसमान की बुलंदियों को छूना है,
जरुरत पड़े तो जलती आग में सुलगना है,
आशाओं का सुरज डुब जाये तो रुकना नहीं है,
उम्मीदों की नयी सुबह में  फिर से उठना है,
राहों के हर मोड़ पे मैं खुद को संभालता जाऊंगा,
तु भी डगमगा ना जायेगी, कभी जो मैं गिर जाऊँ ...

दिल की ख्वाहिशों में नये नये रंग है,
करके तो देखे कैसी रंगीनियाँ होती है,
मंज़िल चाहे कितनी भी मुश्किलों से घिरी हो,
कोशिश करके देखे फिर क्यूँ ना हांसिल होती है,
दरिया के उठते हुए भँवर में मैं तैरता जाऊंगा,
तु भी डुब ना जायेगी, कभी जो मैं थक जाऊँ ...