Thursday, February 4, 2021

बस तुम हो, बस हम हो...


एक चाँदनी रात हो, बस तुम हो, बस हम हो,
खिला हुआ चेहरा तेरा जैसे मखमली बाग़ हो,
आँखों की ज्योति तेरी जैसे चमकते सितारों की बारात हो,
छलकता हुआ हुस्न तेरा जैसे चढ़ता हुआ कोई ज़ाम हो,
बस ऐसे ही हम तुम्हे देखते रहे,
बस ऐसे ही हम तुम्हे चाहते रहे,
तुम कहीं हम में तो हम कहीं तुझमें गुम हो,
खुशियाँ ही खुशियाँ हो दामन में, ना कोई ग़म हो,
एक चाँदनी रात हो, बस तुम हो, बस हम हो...

एक लम्बा सा सफर हो, बस तुम हो, बस हम हो,
हाथों में मेरे तेरा हाथ हो, रेशमी सा एहसास हो,
ना ख़त्म होने वाले कही दिन और रात हो,
ना हो मंज़िलों की परवा, ना हो रास्तों का डर,
चलते रहे हम बस चलते रहे दूर तलक,
ठंडी हवा का झोंका हो या पतझड़ या बहार,
मिलके करेंगे हम कोई भी दरिया पार,
साथ हो तेरा तो हौसलों की उड़ान ना कभी कम हो,
एक चाँदनी रात हो, बस तुम हो, बस हम हो...

एक झील का किनारा हो, बस तुम हो, बस हम हो,
कभी हम कुछ कहे, कभी तुम कुछ कहो,
कभी हम तुम्हें सुने, कभी तुम हमें सुनो,
धड़कनों की बातें हो, बस ख़ामोश रातें हो,
तुम बिखर जाओ मेरी बाहों में झुल्फे गिराकर,
हम सवारते रहे तुम्हें, बस निखारते रहे तुम्हें,
ये लम्हा बस यहीं थम जाये,
वक़्त से केहदो बस यही रुक जाये,
ना अब सुकून हो, ना अब करार हो,
इसमें ही खोये रहे हम, बस प्यार ही प्यार हो,
मेरे रब बस इतना सा हमपे करम हो,
एक चाँदनी रात हो, बस तुम हो, बस हम हो...

एक जिंदगी की राह हो, बस तुम हो, बस हम हो,
कुछ मेरे ख़्वाब हो, कुछ तेरे ख़्वाब हो,
कुछ सवाल हो तो कुछ जवाब हो,
मेरा दिल, तेरी धड़कन, मेरी साँसे और तेरा जीवन,
ऐसे ही हम  संग  रहे सदा बस जन्मो-जनम,
कभी दुःख की बारिश हो या कभी सुख की बरसात हो,
भीगेंगे हम मिलके बस हमेशा एक-दूजे के पास हो,
कभी सताना हो तो कभी हो मनाना,
कभी मुस्कुराये साथ में तो कभी रूठ जाना,
आओ मिलके ऐसी ही जिंदगी की तसवीर बनाये,
जिसमें प्यार का रंग हो और एतबार की कलम हो,
एक चाँदनी रात हो, बस तुम हो, बस हम हो...