रस्ते सुहाने बन जाते है तुम जो साथ हो अगर,
रातों में दिये जल जाते है तुम जो साथ हो अगर,
हम है अकेले, बाहों के घेरे में हमको लेले,
हम सारे ग़म भुल जाते है तुम जो साथ हो अगर ...
ये जिंदगानी कितनी कठीन है, तुम जो हो तो लगती हसीन है,
तुमको देखे तुमको चाहे, अब हमको होश न आये,
दिल के कँवल खिल जाते है तुम जो साथ हो अगर....
आसाँ हो जाती है मुश्किलें, मिलते हो तुम जब आके गले,
मुझमें समा जा, मेरी तु हो जा, हो जाये दूर ये फांसले,
साँसों के तार गुनगुनाते है तुम जो साथ हो अगर...
कोई भी मेरे पास नहीं है, हाथों में कोई हाथ नहीं है,
फिर से जिये है, अरमाँ जगे है, जबसे तुम्हारे सपने पले है,
दुनिया से हम लड़ पाते है तुम जो साथ हो अगर...