Sunday, January 30, 2022

मेरी जरुरत बन गई ...


बस यूँ ही मिल रहे थे, बस बातें कर रहे थे,

मिलते मिलते, बातों-बातों में पता ना चला,

तु कब मेरी मुहब्बत्त बन गई ,

तु कब मेरी जरुरत बन गई ...


पेहले तो नज़रे बिछाये तेरा इंतज़ार ना करते थे,

तेरी पसंद - नापसंद का इतना खयाल ना करते थे,

वो ही मौसम है, वो ही आलम है,

पर ना जाने क्यूँ बदले से हम है, ये क्या मुझे हो गया, 

तु कब मेरी मुहब्बत्त बन गई ,

तु कब मेरी जरुरत बन गई ...


तुने हाथों से छुआ है, हमको नशा सा हुआ है,

बेहके बेहके से हम है, अंदाज़ अपना नया है,

पहली असर है, पेहला है प्यार,

होने लगे है हम बेक़रार, मैं तो कहा खो गया,

तु कब मेरी मुहब्बत्त बन गई ,

तु कब मेरी जरुरत बन गई ...

तुझसे मिलने के बाद...


सोने सा चमके, फूलों सा मेंहके , तुझसे मिलने के बाद,

धक् धक् धड़के, मोर सा थनके, तुझसे मिलने के बाद,

ये दिल ... हवा में उड़ रहा है,

ये दिल ... अब ना कुछ सुन रहा है ...


तेरी वो पेहली नज़र, आँखों में बस गई है,

मैं ना रहा अब वो, मुझको बदल गई है,

फुदक फुदक के, पंछी सा चेहके, तुझसे मिलने के बाद,

धक् धक् धड़के, मोर सा थनके, तुझसे मिलने के बाद,

ये दिल ... हवा में उड़ रहा है,

ये दिल ... अब ना कुछ सुन रहा है ...


शायर मैं बन गया हूँ , तु मेरी शायरी है,

ऐसा कभी ना हुआ, ये कैसी तिशनगी है,

लेहरों सा मचले, उछले ये बेहके, तुझसे मिलने के बाद,

धक् धक् धड़के, मोर सा थनके, तुझसे मिलने के बाद,

ये दिल ... हवा में उड़ रहा है,

ये दिल ... अब ना कुछ सुन रहा है ...   


तुझको मैं हाँसिल करू , ऐसी लगन अब लगी है,

बाँहो में भर के रखु , ये कसक सी जगी है,

कंगन सा खनके, पायल सा छनके , तुझसे मिलने के बाद,

धक् धक् धड़के, मोर सा थनके, तुझसे मिलने के बाद,

ये दिल ... हवा में उड़ रहा है,

ये दिल ... अब ना कुछ सुन रहा है ...   


Saturday, January 29, 2022

હા ! તે સ્પર્શ છુટી ગયો છે...


 

હા ! તે સ્પર્શ છુટી ગયો છે, હવે પ્રેમ નો દરિયો ખૂટી ગયો છે,

બાંધતા તો વર્ષો લાગે લાગણી નો પુલ, અમુક જ ક્ષણો માં તે તૂટી ગયો છે...


સ્નેહ ના તાંતણે બંધાય તો ગયા,

પણ બે માંથી એક થઈ ના શક્યા ,

પોતાની જ કામના સમજવામાં રહ્યાં,

એક-બીજા ની ભાવના સમજી ના શક્યા,

સમજણ નો ડોર હવે વીતી ગયો છે, હૈયા ને પણ સાથે લૂંટી ગયો છે,

બાંધતા તો વર્ષો લાગે લાગણી નો પુલ, અમુક જ ક્ષણો માં તે તૂટી ગયો છે...


દૂર થી ડુંગર જોઈને અંજાય ગયા,

સમીપ આવતા જ નજરે પરખાય ગયા,

કોલ તો થતા થઈ ગયા જિંદગી ના,

પણ નિભાવાના સમયે બદલાય ગયા,

વાવાઝોડાં માં બાગ ઉજડી ગયો છે, કલ્પના ના ફૂલો બધા ચૂંટી ગયો છે,

બાંધતા તો વર્ષો લાગે લાગણી નો પુલ, અમુક જ ક્ષણો માં તે તૂટી ગયો છે...


પેહલા તો આંખો માં આંખ્યું ખોવાય છે,

પછી અપેક્ષાઓ ના વમળ માં બધું અટવાય જાય છે,

નસીબવાળા ને મળતો હશે સાચો પ્રેમ જિંદગી માં,

બાકી તો તારી-મારી માં જ આખી ઉંમર ખર્ચાય જાય છે,

આ જન્મારો તો હવે પતી ગયો છે, જે ભરમ હતો તે બધો મટી ગયો છે,

બાંધતા તો વર્ષો લાગે લાગણી નો પુલ, અમુક જ ક્ષણો માં તે તૂટી ગયો છે...

Friday, January 28, 2022

मेरा साया तु ...


 

प्यार का दरिया तु , जीने का जरिया तु ,

मैं चलु तु चले, मैं रुकु तु रुके, मेरा साया तु ...


मैं आँखे बन गया तो तु ख़्वाब बन गई ,

मैं दिल बन गया तो तु धड़कन बन गई,

मेरे बादलों में बनके मेघा तु ,

प्यार का दरिया तु , जीने का जरिया तु ,

मैं चलु तु चले, मैं रुकु तु रुके, मेरा साया तु ...


रूह बनके तु मुझमें समाई है युं ,

मेरे ही लिये जैसे आई है तु ,

मैंने मांगी थी रबसे वो दुआ तु ,

प्यार का दरिया तु , जीने का जरिया तु ,

मैं चलु तु चले, मैं रुकु तु रुके, मेरा साया तु ... 


मेरे हर चर्चे में चर्चा तेरा ,

मेरे हर ख्यालों पे पेहरा तेरा ,

मेरी शामे गुलाबी और सुबहा तु ,

प्यार का दरिया तु , जीने का जरिया तु ,

मैं चलु तु चले, मैं रुकु तु रुके, मेरा साया तु ...

Thursday, January 27, 2022

बस एक तेरा साथ...


 

चाँद है, रात है, पर तु तो नहीं है ,

सब कुछ पास है, पर तु तो नहीं है,

क्या करू मैं ये सारी कायनात,

क्या करू मैं ये सारी दुनिया तमाम,

हमको तो चाहिये बस एक तेरा साथ... 


साँसे हमारी चल तो रही है , पर नाम तेरा जप रही है,

कितने भी फाँसले भले हो पर इश्क़ तुम्हीं से कर रही है,

शाम है, याद है, पर तु तो नहीं है ,

सब कुछ पास है, पर तु तो नहीं है,

क्या करू मैं ये सारी कायनात,

क्या करू मैं ये सारी दुनिया तमाम,

हमको तो चाहिये बस एक तेरा साथ...


दीवाना हमें यूँ ना बनाओ, हमें भी अपने संग ले जाओ,

दूर ही से हम देख लेंगे, पर एकदम तो ओज़ल ना हो जाओ,

फिर वोही बरसात है, पर तु तो नहीं है ,

सब कुछ पास है, पर तु तो नहीं है,

क्या करू मैं ये सारी कायनात,

क्या करू मैं ये सारी दुनिया तमाम,

हमको तो चाहिये बस एक तेरा साथ ...


राहों में चलते बिछड़ गये, हमें अकेला छोड़ गये,

जिंदगी के हँसी मौसम को पतझड़ से ओढ़ गये ,

लब पे प्यास है , पर तु तो नहीं है ,

सब कुछ पास है, पर तु तो नहीं है,

क्या करू मैं ये सारी कायनात,

क्या करू मैं ये सारी दुनिया तमाम,

हमको तो चाहिये बस एक तेरा साथ ...

हमको तो चाहिये बस एक तेरा साथ ...

दिल के धागें जोड़ लु ...

 


ख्वाबों के समंदर में मैं आज तैर लु ,

ख्वाहिशों के आसमाँ में मैं आज उड़ लु ,

कुछ पल मिले है , आओ उसमें दिल के धागें जोड़ लु  ... 


नहीं कोई समजे तो क्या खता है,

हमें हमारी हदों का पता है,

हद के आगे जाके मैं आज देख लु ,

थोड़ी ही सही पर कुछ खुशियाँ तो समेट लु ,

कुछ पल मिले है , आओ उसमें दिल के धागें जोड़ लु  ... 


जल जाऊ थोड़ा , पिगल जाऊ थोड़ा,

लबों पे हँसी रखके मन में रो लु थोड़ा ,

भीगी आँखों से आईने में मैं आज ख़ुद को तराश लु ,

चेहरे की गहराई में मैं आज झाँक लु ,

कुछ पल मिले है , आओ उसमें दिल के धागें जोड़ लु  ... 


कुछ साँसे जिंदगी की जिंदगी से चुन लु ,

कुछ यादें जिंदगी की जिंदगी से बुन लु ,

सारे तारों को बाहों में मैं आज भर लु ,

सुबहा ना ​सही , रात से मैं आज इश्क़ कर लु ,

कुछ पल मिले है , आओ उसमें दिल के धागें जोड़ लु  ...