Monday, July 15, 2019

तेरी मुहब्बत्त से शुरू....





तेरी मुहब्बत्त से शुरू, तेरी मुहब्बत्त ख़तम,
मेरी जिंदगी का हर एक कदम,
तु है आरज़ू मेरी, तु है हर ख़ुशी मेरी,
तुझसे है जिंदगी में मेरे दम ...

छेड़ दी है तुने सुर की शेहनाई, जबसे तेरी मीठी आवाज़ गुनगुनाई ,
दूर हुई है सारी दर्द की पड़छाई, जबसे तु लब पे हंसी बनके मुस्काई,
तेरे खयालो से शुरू, तेरे खयालो पे ख़तम,
मेरी हर ग़ज़ल, गीत और नज़म,
तु है आरज़ू मेरी, तु है हर ख़ुशी मेरी,
तुझसे है जिंदगी में मेरे दम ...

दरिया हूँ मैं खाली, तु पानी बनके बेहती है,
दिल हूँ मैं अकेला, तु धड़कन बनके धड़कती है,
तेरी नज़रो से शुरू, तेरे ख्वाबों पे ख़तम,
मेरी रात से सुबह का सफर,
तु है आरज़ू मेरी, तु है हर ख़ुशी मेरी,
तुझसे है जिंदगी में मेरे दम ...

इतनी सुहानी रुतओ की सूरत ना होती,
जो ज्योति बनके तु मेरी पूनम ना होती,
तेरे प्यार से शुरू, तेरे प्यार पे ख़तम,
मेरी इस जमीं से अम्बर की डगर,
तु है आरज़ू मेरी, तु है हर ख़ुशी मेरी,
तुझसे है जिंदगी में मेरे दम ...