Thursday, January 27, 2022

दिल के धागें जोड़ लु ...

 


ख्वाबों के समंदर में मैं आज तैर लु ,

ख्वाहिशों के आसमाँ में मैं आज उड़ लु ,

कुछ पल मिले है , आओ उसमें दिल के धागें जोड़ लु  ... 


नहीं कोई समजे तो क्या खता है,

हमें हमारी हदों का पता है,

हद के आगे जाके मैं आज देख लु ,

थोड़ी ही सही पर कुछ खुशियाँ तो समेट लु ,

कुछ पल मिले है , आओ उसमें दिल के धागें जोड़ लु  ... 


जल जाऊ थोड़ा , पिगल जाऊ थोड़ा,

लबों पे हँसी रखके मन में रो लु थोड़ा ,

भीगी आँखों से आईने में मैं आज ख़ुद को तराश लु ,

चेहरे की गहराई में मैं आज झाँक लु ,

कुछ पल मिले है , आओ उसमें दिल के धागें जोड़ लु  ... 


कुछ साँसे जिंदगी की जिंदगी से चुन लु ,

कुछ यादें जिंदगी की जिंदगी से बुन लु ,

सारे तारों को बाहों में मैं आज भर लु ,

सुबहा ना ​सही , रात से मैं आज इश्क़ कर लु ,

कुछ पल मिले है , आओ उसमें दिल के धागें जोड़ लु  ...

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