Friday, September 2, 2016

पल पल की बात है...




पल पल की बात है, दिन है कभी रात है,
उस पल हो जाये जुदा, इस पल में जो साथ है...

फूलों के गुलिस्ताँ में काँटे भी होते है,
राहों के लंबे सफर में मोड़ भी होते है,
पतझड़ हो जाये मौसम सुहाना, कभी बहार है,
पल पल की बात है, दिन है कभी रात है,
उस पल हो जाये जुदा, इस पल में जो साथ है...

आँखों में आँसू छुपे है और छुपे कितने सपने,
आये कभी मिलने की रुत, तो कभी बिछड़ते है अपने,
बरसे कभी खुशियों की झड़ी, कभी ग़म की बरसात है,
पल पल की बात है, दिन है कभी रात है,
उस पल हो जाये जुदा, इस पल में जो साथ है...


No comments:

Post a Comment