दिल की ये चाह है, रहे आ-जनम तेरी बाँहों के घेरे,
भरदे तु माँग, बना दे दुल्हन, संग में तु ले ले सात फ़ेरे ,
सुख हो या दुःख , सारे दिन-रात, संग में कटे अब तेरे,
भरदे तु माँग, बना दे दुल्हन, संग में तु ले ले सात फ़ेरे ...
तेरी हो गई हूँ , तेरी ही रहूंगी,
सारी जिंदगी तेरे संग-संग मैं चलूंगी,
गुलशन में तेरे बन जाऊंगी गुलाब,
खुशबु बनके तेरे अंगना में मेहकूंगी,
हाथ तेरा अब मैं न छोड़ू, रहे ये सदा हाथ में मेरे,
भरदे तु माँग, बना दे दुल्हन, संग में तु ले ले सात फ़ेरे ...
आँखों में तेरे ख़्वाब बनके मैं रहूंगी,
दिल में मैं तेरे धड़कन सी धड़कूंगी,
कभी जो तु हो जायेगा मायूस किसी मोड़ पे,
तेरे होंठ पे मैं हंसी बनके हसुँगी,
तेरी राहों में मैं हमेशा रखूंगी मेरे प्यार के डेरे,
भरदे तु माँग, बना दे दुल्हन, संग में तु ले ले सात फ़ेरे ...
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