Saturday, March 5, 2016

जब सुबह में आपकी एक मुस्कान नसीब हो जाती है...



दिन की शुरुआत बड़ी हसीन हो जाती है, जब सुबह में आपकी एक मुस्कान नसीब हो जाती है,
कोई भी रुत हो लेकिन बेहतरीन हो जाती है, जब दिन में आपकी एक झलक नसीब हो जाती है...

तेरी उड़ती हुई झुल्फो से खुश्बु जो आती है, गुलशन में सारी कलियाँ मानो मेहक सी जाती है,
इखलाती बलखाके जब तु नजदीक से गुजरती है, दिल की धड़कन एक पल तो थम सी जाती है,
वो सारे लम्हों में जिंदगी नाज़नीन हो जाती है, जब कोई भी बहानो से तु हमारे करीब आ जाती है,
कोई भी रुत हो लेकिन बेहतरीन हो जाती है, जब दिन में आपकी एक झलक नसीब हो जाती है...

चांदनी रात हो या गुलाबी रंगो से सजी शाम, तेरे चेहरे से छलकते हुए नूर के आगे सब हो नाकाम,
मदहोश रेहते है तेरे खयालो में हम तो हमेशा, तेरी आँखों से ज्यादा क्या होगा और कोई नशीला जाम,
वो हर बात हमे यकीन हो जाती है, जब तु उसमे कही न कही से सरीक हो जाती है,
कोई भी रुत हो लेकिन बेहतरीन हो जाती है, जब दिन में आपकी एक झलक नसीब हो जाती है... 

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