तलाश है ऐसे साथ की, आश है ऐसे हाथ की,
जिसका हर पल बस मेरा हो, जिसको कदर हो मेरे जज़बात की,
जिसके लिये मैं सबसे खास हूँ, मेरे लिये वो सबसे खास हो,
जो दिन की बन जाये रोशनी मेरे और चाँदनी हो मेरे रात की...
वो सुनती रहे मैं केहता रहूं, मैं सुनता रहूं वो केहती रहे,
बस यूँही उसकी बाँहो में जिंदगी की लो पिगलती रहे,
पंछी हूँ मैं वो पँख मेरा, काया हूँ मैं वो अक्स मेरा,
उसे देखके गुजरे हर शाम, उसके दीदार से ही आये हर सवेरा,
जिसकी आँखों में मैं दुब जाऊँ, जो समजे भाषा मेरे आँख की,
तलाश है ऐसे साथ की...
जिंदगी का रास्ता बहुत ही कठिन है अब,
कोई तो हो जो जीने का दे हमको सबब,
जिसे एतबार हो मुझपे, मैं उसके जीने का वजूद बन जाऊँ,
एकदूसरे को दिल से समजे, ऐसे प्यार के बंधन में बंध जाऊँ,
जो छोड़ ना दे बिच रास्ते अकेला, जिसको फ़िक्र हो मेरे हालात की,
तलाश है ऐसे साथ की...
मेरी ख्वाहिशों को वो अपना बनाये, मेरे सपनों की वो उड़ान बन जाये,
वो मुझे इतना प्यार करे की जैसे हम एक दूसरे की जान बन जाये,
मिल जाये ऐसी कोई कहीं तो, मैं रब से दुआ बार बार करता हूँ,
अरमान दबाये है कितने दिल में , बस उसीका ही इंतज़ार करता हूँ,
मुहबत्त के रंगो से रंग दे मुझे वो, जो वजह हो मेरी मुस्कान की,
तलाश है ऐसे साथ की...
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