Thursday, February 4, 2016

तुम है तो हम है...





सुबहा की पेहली  ज्योति है तुमसे, शाम को रंग दे वोह लाली है तुमसे,
तुम है तो हम है, हम है तो सब है , वर्ना कुछ भी नहीं ,वर्ना कुछ भी नहीं।
दिल में धड़कती रवानी है तुमसे, हम जो लिखे वोह कहानी है तुमसे,
तुम है तो हम है, हम है तो सब है , वर्ना कुछ भी नहीं ,वर्ना कुछ भी नहीं।

बादल सुनेहरे मुहबत्त के रेशम, आये लेके बहारों के मौसम,
जाना अब तुम कही दूर हमसे, तुमको है हमारी कसम,
सांसे मेहकती सुहानी है तुमसे,मुझमे ये जिन्दा जवानी है तुमसे,
तुम है तो हम है, हम है तो सब है , वर्ना कुछ भी नहीं ,वर्ना कुछ भी नहीं।

सपने अधूरे थे,अरमान थे कम, खुशियाँ तो थी पर आँखे थी नम ,
हमको लगाया तुमने गले जब, अँधेरे को मिल गयी जैसे पूनम,
दिल के समंदर में पानी है तुमसे,जीवन में मेरे धानी है तुमसे,
तुम है तो हम है, हम है तो सब है , वर्ना कुछ भी नहीं ,वर्ना कुछ भी नहीं।


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