Sunday, February 14, 2016

तुम हो हमारे लिये क्या ये कैसे समजाये तुमको...

हमने तो केह दी अपने दिल की बात अब तुम भी कुछ फैसला कर लो,
तुम ना कहोगे तो बर्दाश्त नहीं कर पायेंगे और हाँ कहोगे तो ख़ुशी से मर जायेंगे।



हम भी जाने खुदा ने हमे क्या बक्शा है जिंदगी में,
तुम ना मिलोगे तो किस्मत से मुकर जायेंगे और मिलोगे तो किस्मत से सवर जायेंगे।

इंतज़ार करेंगे तुम्हारा मरते दम तक मिलने के लिए,
तुम ना मिलने आओगे तो पत्तीओं से बिखर जायेंगे और मिलने आओगे तो चाँद से निखर जायेंगे।

हमने तो पूछ लिया तुम्हे हमारे दिल का सवाल,
तुमने  ना जवाब दिया तो तूट जायेंगे और जवाब हाँ दिया तो फूल से खिल जायेंगे।

हम करेंगे कोशिश तुम्हे पाने के लिए आखरी सांस तक,
तुम्हे ना पा सके तो रब से रूठ जायेंगे और पा सके तो खुद को भी भूल जायेंगे।

तुम हो हमारे लिये क्या ये कैसे समजाये तुमको,
तुम ना समजे तो तुम्हे ऐसे ही चाहते जायेंगे और समजे तो भी ऐसे ही चाहते जायेंगे। 

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