Monday, January 11, 2016

ओ मेरी प्यारी जल-परी ....



बूंदो की जैसे छम छम झड़ी,
ऐसी हमारी जल-परी ,
फूलो की जैसे खिलती कली,
ऐसी हमारी जल-परी ,
ओ मेरी प्यारी जल-परी  ....

सुना था आँगन , सुनी थी राहे ,
तेरे आने से मेहकी ये बाँहें ,
तुम हो हमारे प्यार की कृति ,
ओ मेरी प्यारी जल-परी  ....

गूंजे तुम्हारी आवाज़ घर में ,
रंग भरे मेरे शामो सहर में,
यूँ ही रहे बस तु  हसती,
ओ मेरी प्यारी जल-परी  ....

तुने  हमारी दुनिया बदल दी,
रिश्ते नये और खुशियाँ नयी दी,
तुम हो हमारी जिंदगी,
ओ मेरी प्यारी जल-परी  ....

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