ये दिल लाया है हमे इस मक़ाम पर की हम ये कह रहे है,
मुझको यूँ ही ना समज ऐ बेदर्दी , की हम तो तेरे हर प्यारे सितम हस के सेह रहे है..
मेरी आँखों की नमी में झांक कर तो देखो तुम्हे प्यार की सच्ची तस्वीर नजर आयेगी ,
पर शायद तेरे लिए तो ये आंसू भी किसी खुशियो के लिए बेह रहे है..
मेरे इकरार को तूने हंसी में उड़ाया है , उसे हंसी मजाक समज के भुलाया है,
पर तुझको ये खबर नहीं है की हम तो तेरे इन्कार के एहसास में भी ख़ुशी से रेह रहे है...
तमन्ना है दिल के किसी कोने में की आज या कल तुझको प्यार पे हो यकी ,
तू कहे चाहे हां या ना पर , तेरी हर चाहत हो पूरी यही हम तो दिल से सदा ये दे रहे है...
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